प्रेस विज्ञप्ति
सादर प्रकाशनार्थ
शास्त्रीय नृत्य आत्मिक अनुभूति देकर हमें जड़ों से जोड़ता है -उमा सत्यनारायणन
चित्तौड़गढ़। 18 अप्रैल 2017
स्पिक मैके की उत्सव श्रृंखला 2017 के तहत जिले में भरतनाट्यम नृत्य की प्रस्तुति विख्यात नृत्यांगना उमा सत्यनारायण द्वारा दी गई। दोनों कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहे जहां विद्यार्थियों ने तमन्यता से हिस्सा लिया। स्पिक मैके सहसचिव गौरव कुमावत के अनुसार मंगलवार को पहला आयोजन नवकार नगर निम्बाहेड़ा स्थित मेपल्स स्कूल में सुबह साढ़े आठ बजे हुआ। नन्हें बच्चों के बीच कलाकार द्वारा भगवन कृष्ण की लीलाओं के मार्फ़त सुन्दर अभिव्यक्ति दी गई। सीता स्वयंवर, अंजलि एवं चीनी चीनी पदम् नृत्य ने प्रस्तुत कर सबका मन मोहा। नृत्य की सभी रचनाएं तमिल भाषा में होने से अजानी महसूस हुई मगर फिर भी बहुत रुचिकर लगी। नृत्य प्रस्तुति में बच्चों को भी मंच पर बुलाकर हस्त मुद्राओं का अभ्यास करवाया जिससे विद्यार्थी हमारी संस्कृति से रूबरू हुए। बच्चे दक्षिण भारतीय पहनावे और आभूषण देखकर अचरज के साथ बड़े प्रसन्न हुए। कार्यक्रम का सञ्चालन स्कूल अध्यापिका पॉमेला एडसोले और देवयानी राठौर ने किया। आभार मोहविष खान ने व्यक्त किया। कलाकारों का स्वागत अभिनन्दन स्कूल निदेशक मनीष कुमावत और स्पिक मैके समन्वयक शाहबाज पठान ने किया।
दूसरी प्रस्तुति गांधी नगर स्थित मेवाड़ गर्ल्स कॉलेज चित्तौड़गढ़ में हुई। दीप प्रज्ज्वलन और कलाकारों का प्रतीक चिह्न देकर अभिनन्दन नृत्यांगना उमा सत्यनारायण, मेवाड़ एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष गोविन्द गदिया और स्पिक मैके राष्ट्रीय सलाहकार जे. पी. भटनागर, बीएड कॉलेज प्राचार्य डॉ. एम.के.तिवारी और नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य राधेश्याम मेनारिया ने किया। आयोजन में बतौर अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत भी मौजूद थे। नृत्यांगना उमा ने छात्राओ को भरतनाट्यम के इतिहास की जानकारी देते हुए नृत्य की इस विधा से परिचय कराया और कहा कि यह शास्त्रीय नृत्य हमें आत्मिक आनंद तो देते ही हैं साथ ही हमें जड़ो से जोड़ते भी हैं। शुरुआत में मंगलाचरण हुआ और फिर प्रसिद्द भारतीय महाकव्य रामायण से सीताहरण और सूपर्णखा-लक्ष्मण संवाद पर भावपूर्ण अभिनय प्रस्तुत किया। बाद में श्रीकृष्ण के जीवन से कई प्रसंग लेकर उन्होंने नवरस की व्याख्या भी की और मुद्राओं से अभिव्यक्त भी किया। सबकुछ जीवंत था और बालिकाओं ने बहुत मन से नृत्य को सराहा। संगतकार गायिका मैसूर संगीत द्वारा तमिल भाषा से गायन ने एक सुरीला माहौल बनाया। संगतकारों में इसकेअलावा वायलिन वादिका श्रीलक्ष्मी वेंकटरमणी, नटूवंगम वादिका विद्या वृन्दरन आनंद और मृन्दंगम वादक एम. धनजंयन शामिल थे। कलाकारों का जीवन परिचय छात्रा सायरा मदानी और आभार छात्रा प्रियंका शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का सञ्चालन स्पिक मैके राष्ट्रीय सलाहकार माणिक और प्राध्यापिका उमा ने किया। इस मौके पर आखिर में स्पिक मैके वोलंटियर जुनैद शैख़,पूर्णिमा मेहता,विजय घारू,आसिफ़ खान,हेमंत सालवी,गौरव कुमावत,सीताराम अहीर,प्रीति जैन का उपस्थित विद्यार्थियों ने उनकी सेवाओं के लिए सम्मान किया।
19 अप्रैल को ओडिसी नृत्य के आयोजन
स्पिक मैके समन्वयक शाहबाज पठान के अनुसार उत्सव के दौरान ही 19 अप्रैल को जिले में ओडिसी नृत्य के कार्यक्रम होंगे। नृत्य प्रस्तुतियों हेतु ओडिसा से प्रख्यात नृत्यांगना शर्मिला बिस्वास को आमंत्रित किया गया है। पहला आयोजन सुबह साढ़े आठ बजे सैंथी चित्तौड़गढ़ स्थित सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में होगा वहीं दूसरा आयोजन आदित्यपुरम शम्भुपुरा स्थित दी आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल में सुबह सवा ग्यारह बजे कोलोनी स्थित ऑडिटोरियम में होगा। इन दोनों आयोजन का समन्वयन सेन्ट्रल एकेडमी हेरिटेज क्लब ऑफ़ स्पिक मैके के परेश नागर और आदित्यपुरम स्कूल प्राचार्य श्री आर.के. नायक सहित अध्यापक प्रकाश बिदावत देख रहे हैं। नृत्यांगना शर्मिला बिस्वास के साथ गायक सुकांता कुंडू,वायलिन वादक रमेश चन्द्र दास और मृदला वादक रामचंद्र बेहरा संगतकार के रूप में शिरकत करेंगे।
प्रेस सचिव कृष्णा सिन्हा के अनुसार शर्मिला बिस्वास प्रसिद्द ओडिसी डांस गुरु केलूचरण महापात्र की शिष्या रही हैं। प्रसिद्द उड़िया फ़िल्म जयदेव में वे पद्मावती की भूमिका अदा कर चुकी हैं। शर्मिला नृत्य के साथ शोध, प्रशिक्षण और कोरियोग्राफी जैसे अकादमिक कार्यों में भी एक बड़ा नाम हैं। इन्हें संगीत नाटक अकादमी का मुख्य सम्मान साल 2012 में मिल चुका है। वह भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय और दूरदर्शन की टॉप ग्रेड कलाकार हैं।
सादर
कृष्णा सिन्हा,प्रेस सचिव ,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें